Rajasthan Police Action राजस्थान 1st न्यूज,नेटवर्क। राजस्थान पुलिस ने साइबर गिरोह के ऐसे संगठित अंतरराज्यीय गिरोह का फंडाफोड़ किया है। जिसके पास से जब्त किए गए सामान को देखकर एकबारगी तो पुलिस भी अचंभे में पड़ गई कि आखिर गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा हो सकता हे।


दरअसल झालावाड़ पुलिस ने देश में पहली बार एक ऐसे संगठित अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो केंद्र एवं राज्य सरकार की सामाजिक सुरक्षा और लोक कल्याणकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर रहा था। गिरोह किसानों, पेंशनधारकों और आपदा पीडि़तों की सहायता की विभिन्न योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर पात्र और अपात्र की जगह उनके लिए म्यूल बैंक खातों में भुगतान उठा रहे थे।
झालावाड़ एसपी अमित कुमार के अनुसार झालावाड़, जयपुर ग्रामीण, दौसा और मध्यप्रदेश के राजगढ़ से गिरोह के 30 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ के आधार पर अब तक 11 हजार से अधिक संदिग्ध बैंक खाते चिन्हित किए। आरोपियों से पुलिस ने 52.69 लाख रुपए और 29 वाहन जब्त किए। नोट गिनने की मशीन भी बरामद हुई। गिरोह से करीब तीन करोड़ की संपत्ति बरामद की।
पुलिस ने मामले में झालावाड़ के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज की व ‘ऑपरेशन शटरबंद छापेमारी अभियान शुरू किया। साइबर ठगों के करीब तीन दर्जन स्थान चिन्हित किए। 70 टीमें बनाई गई। अभियान की निगरानी साइबर कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक ने की। एसपी ने बताया कि त्योहार पर लोग घरों में ही होते हैं। इसलिए कार्रवाई का समय बुधवार सुबह 6 बजे का चुना गया।
िगरोह से संदिग्ध बैंक खाते 11000ख्नकद राशि 52.69 लाख,लग्जरी कार 13,बाइक 16,लैपटॉप-कंप्यूटर 35,प्रिंटर 16,नोट गिनने की मशीन 01,मोबाइल फोन 68,सिम कार्ड 193,फिंगर स्कैनर 19,एटीएम कार्ड 430
बैंक पासबुक 207,पहचान पत्र 560,खाता खोलने के फार्म 315,सील व मोहर 54,चेक बुक 96,पैन कार्ड 29,पासपोर्ट 04,राशन और जॉब कार्ड 12
स्वाइप मशीन 02,जन आधार कार्ड 132 जब्त किए है।






