राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) के सभागार में आज एल्यूमनी संवाद 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की एल्यूमनी सेल और एल्यूमनी एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पूर्व छात्रों को उनकी मातृ संस्था से पुन: जोडऩा और वर्तमान विद्यार्थियों के साथ एक सार्थक संवाद स्थापित करना था। कार्यक्रम में पूर्व छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और बड़ी संख्या में वर्तमान विद्यार्थी भी शामिल हुए, जिन्होंने पूर्व छात्रों के अनुभवों से बहुत कुछ सीखा। मंच पर एल्यूमनी सेल की प्रभारी डॉ. सीमा शर्मा, एसोसिएशन के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह तथा सेल के सदस्य डॉ. लीला कौर और अमरेश सिंह उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


पूर्व छात्र विश्वविद्यालय की अमूल्य संपत्ति: डॉ. सीमा शर्मा एलुमनी सेल की प्रभारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा,हमारे पूर्व छात्र विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी ताकत और अमूल्य संपत्ति हैं। वे दुनिया भर में हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं। एल्यूमनी संवाद जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से हम वर्तमान छात्रों और अनुभवी पूर्व छात्रों के बीच एक मजबूत पुल बनाना चाहते हैं, ताकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिल सके।
एकजुटता में ही ताकत-जसप्रीत सिंह
एल्यूमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह ने अपने संबोधन में सभी पूर्व छात्रों का स्वागत किया और एसोसिएशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य एक मजबूत और सक्रिय नेटवर्क बनाना है जो न केवल एक-दूसरे के व्यावसायिक विकास में मदद करे, बल्कि अपनी मातृ संस्था के उत्थान में भी योगदान दे। उन्होंने सभी पूर्व छात्रों से अपनी संस्थान से जुड़ाव रखने की अपील की।
अनुभवों से मिला मार्गदर्शन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किशन योग महाविद्यालय, अजमेर के डॉ. देवांशू ओझा ने अपने अनुभव साझा किए और विद्यार्थियों को परिश्रम, ईमानदारी और नवाचार की ओर प्रेरित किया। वहीं, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, अजमेर के प्रोफेसर मेघनाथ ने कहा कि विश्वविद्यालय के दिनों में मिली शिक्षा और संस्कार ही उनके पेशेवर जीवन में सफलता की कुंजी बनते हैं।
इस अवसर पर, विश्वविद्यालय में अतिथि शिक्षक एवं योग गुरु हीतेन्द्र मारू ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए अकादमिक ज्ञान के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी अत्यंत आवश्यक है। योग और ध्यान न केवल तनाव को कम करते हैं, बल्कि एकाग्रता को भी बढ़ाते हैं, जो छात्रों के लिए सफलता की राह आसान बनाता है।
छात्रों ने पूछे सवाल, मिले अनुभव से भरे जवाब
इस संवाद कार्यक्रम की सबसे खास कड़ी इसका इंटरेक्टिव सत्र रहा। पूर्व छात्रा सपना ने कहा, यह छात्रों को उन पुराने दोस्तों और शिक्षकों से फिर से जुडऩे का मौका देता है। प्रियंका ने इसे पूर्व छात्रों और संस्थान की उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर बताया, जबकि यशवर्धिनी ने कहा कि यह संस्थान और उसके पूर्व छात्रों के बीच एक मजबूत और अटूट बंधन बनाए रखने में मदद करता है।
एक खुले सत्र में विद्यार्थियों ने पूर्व छात्रों से करियर, स्टार्टअप और भविष्य की चुनौतियों को लेकर सीधे सवाल पूछे, जिनका उन्हें अनुभवपूर्ण और उत्साहजनक जवाब मिला। डॉ. अमरेश सिंह ने इस अवसर पर कहा, सभी विद्यार्थियों को अपनी मातृ संस्था से जुड़ाव रखना चाहिए एवं गिविंग बैक की भावना से कार्य करना चाहिए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एल्यूमनी सेल की सदस्य डॉ. लीला कौर ने सभी पूर्व छात्रों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। मीडिया सेल प्रभारी डॉ. बि_ल बिस्सा ने बताया कि यह आयोजन पूर्व छात्रों और विश्वविद्यालय के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और विश्वविद्यालय शीघ्र ही एक बड़ी एलुमिनी मीट आयोजित करने की योजना बना रहा है।






