चीनी ऐप पर डिजिटल स्ट्राइक,सरकार ने दिए इन ऐप को हटाने के निर्देश

राजस्थान 1st न्यूज,नेटवर्क। सरकार ने एक बार फिर से डिजिटल स्ट्राइक करते हुए कई चीनी ऐप को प्ले स्टोर से हटाने के निर्देश दिए है। जिनमें अलग-अलग देशों की कई ऐप शामिल है। वहीं अधिकांश ऐप चीन से जुड़ी बतायी जा रही है। इन ऐप्स का लिंक चीन और हांग कांग के डेवलपर्स से है। बैन हुए ज्यादातर ऐप्स में खास तौर पर वीडियो और वॉइस चैट प्लेटफॉर्म्स शामिल हैं। ये सभी ऐप्स भारत में गूगल प्ले स्टोर पर लिस्ट थे। हाल में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन ऐप्स के जरिए भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को खतरा था। भारत ने पहली बार 2020 में डिजिटल स्ट्राइक करते हुए सैकड़ों चीनी ऐप्स को बैन किया था।

 

मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सीटी द्वारा ऑपरेट की जाने वाली लूमन डेटाबेस में बैन हुए ये चीनी ऐप्स लिस्टेड हैं। 20 जून 2020 को भारत ने 100 से ज्यादा चीनी ऐप्स बैन किए थे। इसके अलावा 2021 और 2022 में भी डिजिटल स्ट्राइक करते हुए कई और चीनी ऐप्स को भारत में बैन किया गया था। केन्द्र सरकार ने चीनी ऐप्स को आईटी एक्ट 69ए के तहत बैन करने का आदेश दिया है। बैन हुए ऐप्स में कुछ ऐप्स सिंगापुर, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलियाई डेवलपर्स के भी हैं। रिपोर्ट की मानें तो केन्द्र सरकार ने ऐप्स बैन करके इनके पब्लिक एक्सेस पर रोक लगा दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, 119 में से 15 ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा लिया गया है, जबकि अन्य ऐप्स को हटाने का काम जारी है।

 

बैन हुए ऐप्स में से केवल तीन ऐप्स का जिक्र किया गया है, जिनमें सिंगापुर बेस्ड वीडियो चैट और गेमिंग प्लेटफॉर्म चीली चेट है। इस ऐप को मेंगोस्टोर टीम ने डेवलप किया है। इस ऐप के गूगल प्ले स्टोर पर 1 मिलियन से भी ज्यादा डाउनलोड्स हैं। इसके अलावा चीनी ऐप्स चेंज ऐप का भी जिक्र किया गया है, जिसे लाखों में डाउनलोड्स हैं। वहीं, इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियन कंपनी द्वारा डेवलप किए गए हनीकेप ऐप का भी नाम है। यह ऐप फोटो फिल्टर के लिए यूज किया जाता है।

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