Bikaner News
राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। सेना के जवानों के साथ करोड़ों रूपए हड़पने का मामला सामने आया है। बीकानेर पुलिस ने इसमें कार्रवाई की तो मामले की परतें खुलती गयी और जब जांच में सामने आया कि 48 जवानों को धोखे में लेकर करोड़ों रूबन गबन किए गए है तो एकबारगी बीकानेर पुलिस भी आवाक रह गयी। पुलिस ने सेना के भगोड़े क्लर्क सागर को प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। जो कि खुद को आर्मी गु्रप इंश्योरेंस फंड का कैप्टन बताकर जवानों को अपने झांसे में लेता था।
भगोडे ने देश के अलग-अलग राज्यों के 48 जवानों को बैंकों से लोन दिलाकर 60-70 प्रतिशत सब्सिडी का झांसा दिया और 5 करोड़ रुपए हड़प लिए। बीकानेर आर्मी में पोस्टेड दो जवान भी इसके जाल में फंस गए।
हिमाचल प्रदेश में मंडी निवासी 24 वर्षीय युवक सागर गुलेरिया आर्मी में क्लर्क था, जिसकी पोस्टिंग असम, जोधपुर, पश्चिम बंगाल, दिल्ली में रही। पोस्टिंग के दौरान खुद को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड का कैप्टन बता जवानों को बैंकों से लोन दिलाने और उस पर एजीआईएफ से 60-79 प्रतिशत सब्सिडी दिलाने का झांसा देने लगा। इसके लिए उसने राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में सेना के जवानों से संपर्क किया और उन्हें अपने जाल में फांस लोन दिलाने के लिए कागजात हासिल कर लिए।
करीब 48 जवानों को पीएनबी, एसबीआई सहित अन्य बैंकों से 5 करोड़ रुपए का लोन दिलाया। जवानों को एजीआईएफ से सब्सिडी दिलाने के नाम पर उनसे ओटीपी और बैंक आईडी-पासवर्ड लेकर लोन के रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए।
जवानों से फोन पर बात कर उन्हें बहलाता रहा और बाद में व्हाट्सएप कॉल पर बात करने लगा। उसकी संदिग्ध हरकतों से जवानों को शक हुआ और उन्होंने लोन की रकम मांगनी शुरू की तो टालमटोल करने लगा और फिर फोन स्विच ऑफ कर फरार हो गया।
बीकानेर में आर्मी के जवान पंजाब में होशियारपुर निवासी मोहित कुमार और उसका दोस्त मृण्मय पांडा भी सागर गुलेरिया के झांसा में आ गए। दोनों को 14-14 लाख रुपए का लोन दिलाया गया, जिनकी राशि उनके खाते में पहुंची। लेकिन, सागर ने सब्सिडी दिलाने के लिए रकम अपने खातों में डलवा ली और डकार गया। सदर पुलिस थाने में इसका मुकदमा दर्ज हुआ तो पुलिस ने छानबीन शुरू की और जवानों से ठगी का खेल उजागर हो गया।
अभियुक्त के खिलाफ राजस्थान के बीकानेर, हरियाणा के पंचकूला और हिमाचल प्रदेश के डेरा जिलों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बीकानेर के सदर थाने में 17 जून को मोहित और मृण्मय की ओर से केस दर्ज करवाया गया। पुलिस उसे 21 जून को अंबाला जेल से लाई और गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया। बाद में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।