राजस्थान फर्स्ट न्यूज़,बीकानेर, 11 अगस्त। किसानों को उच्च गुणवत्ता के खाद, बीज व कीटनाशी दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा 15 मई से 15 जुलाई तक ‘गुण नियंत्रण अभियान’ चलाया गया।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चौधरी ने बताया कि जिले के कृषि आदान निरीक्षकों द्वारा उर्वरक, बीज व कीटनाशी के कुल 203 नमूने लिए गए। इन्हें परीक्षण के लिए राजकीय परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया। इनमें से बीज के 6 तथा उर्वरक के 5 नमूने अमानक पाए गए।
बीज उत्पादन कंपनी करन एग्री जेनेटिक प्रा.लि. जूनागढ़, बालाजी एग्रो इण्डिट्रीज सीकर, निजूविदू सीड्स कंपनी, गोकुल सीडटेक जूनागढ, महिको प्रा.लि., धनवान सीड्स, जूनागढ़, गुजरात के बीज नमूने अमानक पाए गए। वहीं बायो-टेक प्राइवेट लिमिटेड, उना, हिमाचल प्रदेश, इंडो-स्वीस केमीकल लिमिटेड, चंडीगढ, हिमबायो एग्रो, हिम्मतनगर, गुजरात, क्रॉपश्योर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड, बासी, सहजाबरदरन, बीकानेर, क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटेड, सोनीपत, हरियाणा, रामा फॉस्फेट लिमिटेड, उदयपुर के उर्वरक नमूने अमानक पाए गए।
उन्होंने बताया कि आगामी कार्यवाही करते हुए संबंधित विपणन/निर्माता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही बिक्री पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी गई है। डीलर्स एवं विनिर्माता कंपनियों के जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 एवं उर्वरक नियंत्रण आदेश-1985 एवं बीज नियंत्रण आदेश-1983 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
11 नमूने पाए गए अमानक,बिक्री पर लगाई रोक
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