You are currently viewing वीआईपी वार्ड कहे जाने वाले वार्ड के पार्षद बोले-काम किया,जनता का निर्णय सर्वोपरि,देखें वीडियो

वीआईपी वार्ड कहे जाने वाले वार्ड के पार्षद बोले-काम किया,जनता का निर्णय सर्वोपरि,देखें वीडियो

पार्षदों के विकास का हिसाब-किताब
राजस्थान 1st न्यूज की पेशकश
राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। बीकानेर सहित प्रदेश के अनेक निकायों का कार्यकाल खत्म हो गया है। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने बीकानेर सहित अनेक निकायों में प्रशासकों की नियुक्ति कर दी गयी है। पार्षदों के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद राजस्थान फस्र्ट न्यूज ने शुरू किया है पार्षदों से पांच साल के काम का हिसाब किताब की सीरीज

आज तीसरे साक्षात्कार में हमारे साथ रहे कॉलेज से अपनी राजनीति की शुरूआत करने वाले वार्ड 56 के पार्षद शिवशंकर बिस्सा। जिनसे हमने वीआईपी वार्ड कहे जाने वाले वार्ड के कार्यो को लेकर चर्चा की।

सवाल-सफाई व्यवस्था वार्ड में ठीक से नहीं हो पायी क्या कारण रहें
जवाब- हमारा वार्ड बहुत बड़ा है जो कि जस्सुसर गेट के सामने एक कोने से बाबूलाल फाटक के एक कोने तक है। करीब 20-25 हजार की जनसंख्या है। ऐसे में इतने बड़े वार्ड में 15-17 कर्मचारियों से कैसे काम हो सकता था लेकिन फिर भी हमने ऐसी व्यवस्था की ताकि सफाई व्यवस्था ठीक रह पाएं। इसमें कुछ कमियां रह गई होगी लेकिन हमने हमारी तरफ से पुरे प्रयास किए।

सवाल-माइल्ड स्टोन काम अगर आपके कार्यकाल में हुए हो तो
जवाब- माइल्ड स्टोन काम की बात करे तो प्रताप बस्ती क्षेत्र में रास्ते में एक ट्रांसफार्म अड़चन पैदा कर रहा था। जो कि वर्षो से लंबित समस्या थी। हमने उसे ठीक करवाया। जिसके कारण आज सैकड़ों लोगों का आवागमन का रास्त मिला। वहीं जस्सुसर गेट से सेटेलाइट हॉस्पीटल तक एक खुला नाला था। जिसके कारण व्यापारी परेशान होते थ्ेा। हमने उस पर कवर करवाए। जिसके चलते करीब दो सालों से आज व्यापारी आराम से अपना कारोबार कर पा रहे हैं।

सवाल-वीआईपी वार्ड माना जाता है लेकिन फिर व्यवस्था ठीक नहीं है
जवाब-बिल्कुल वीआईपी वार्ड है हमारे यहां से दो विधायक वर्तमान है। राजनीति का गढ़ माना जाता है। सड़क,नाली,बिजली,पानी की व्यवस्था को लेकर हमेशा से प्रयसा किए। जिसके चलते करीब ढ़ाई करोड़ की सडके निगम से और इसके अलावा यूआईटी,पीडब्ल्यूडी से भी काम हुए है।

सवाल-महापौर से सम्बंध कैसे रहें आपके कार्यकाल में
जवाब-महापौर से व्यक्तिगत सम्बंध अच्छे है लेकिन पार्षद के नाते कई मर्तबा हमने एक दूसरे का विरोध किया। काम के लिए हमेशा हमने संघर्ष किया और आगे भी जनता के लिए तैयार रहेंगे।

सवाल-अगर संगठन टिकट नहीं देता है तो क्या निर्णय होगा आगे आपका
जवाब-पांच साल काम किया है सामान्य सीट आती है तो हम चुनाव के लिए पार्टी के पास अपने काम लेकर जाएंगे और टिकट की मांग करेगे। इसके बाद जनता जो निर्णय करेगी हमें वो मान्य होगा।

ऐसे ही सवालों की जवाबों की पुरी बातचीत के लिए नीचे दिए गए यूट्यूब पेज पर देख सकते हैं साक्षात्कार।