राजस्थान 1st न्यूज,नेटवर्क। महाराष्ट्र चुनावों को लेकर सियासत जारी है। तमाम दल एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार कर रहे हैं। भाजपा,कांग्रेस,मनसे के साथ उद्धव गुट की शिवसेना,शिंदे गुट की शिवसेना,अजीत पवार की एनसीपी और शरद पवार की एनसीपी के साथ-साथ कई छोटे दल भी मैदान में है।
इसी बीच उद्धव ठाकरे का एक बयान काफी चर्चाओं में है। एक चुनावी रैली में उद्धव ने भावुक बयान दिया। ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह मुझे घर पर बैठा नहीं सकते, लेकिन अगर आपने मेरा साथ नहीं दिया, तो मैं संन्यास ले लूंगा। ठाकरे का यह बयान छत्रपति संभाजीनगर में उनके भाषण का अहम हिस्सा था, जो उनके अन्य भाषणों से अलग था।
ठाकरे ने इस चुनावी रैली में भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर तीखा हमला किया था, लेकिन लोकसभा चुनाव में हार के बाद, और जिले की पांच विधानसभा सीटों को पुन: जीतने की चुनौती को देखते हुए उनका भाषण भावुक हो गया। 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना और भाजपा ने छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) की सभी नौ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, शिवसेना के विभाजन के बाद अब पार्टी को यहां कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
विभाजन के बाद, शिवसेना (यूबीटी) ने नए उम्मीदवारों को टिकट दिया है और वर्तमान शिवसेना के विधायकों को चुनौती दी है। ठाकरे ने अपनी हार को लेकर दुख व्यक्त किया और कहा कि यह स्वीकार करना उनके लिए मुश्किल था कि इस शहर के लोगों ने उस व्यक्ति को वोट दिया जिसने पार्टी के साथ विश्वासघात किया, जो उन्हें पहचान और करियर देने वाली पार्टी थी।