राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। हमारे सिर में दर्द होता है तो हम एस्पिरिन खा लेते हैं। मसल्स में दर्द होता है तो पैरासिटामॉल खा लेते हैं। इसी तरह पेट या दांत में दर्द होने पर किसी मेडिकल स्टोर से पेन किलर लेकर खा लेते हैं। इससे फौरन राहत भी मिल जाती है। यही कारण है कि पेनकिलर्स पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली ओवर-द-काउंटर दवाओं में से एक हैं।
हम पेनकिलर्स को जितने सामान्य तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं, इनके साइड इफेक्ट्स उतने ही खतरनाक होते हैं। ये दवाएं खासतौर पर हमारे पेट और किडनी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। इनके अत्यधिक या अनुचित इस्तेमाल से पेट में अल्सर हो सकता है, लिवर डैमेज हो सकता है और किडनी भी डैमेज हो सकती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में जुलाई, 2021 में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, ज्यादा पेनकिलर्स खाने या इन्हें लंबे समय तक खाने से लिवर और किडनी डैमेज होने का खतरा होता है। यहां तक कि इससे दिल की बीमारियों का भी जोखिम बढ़ता है।
दुनिया के हर तरह के बाजार पर ग्लोबल रिसर्च करने वाली कंपनी ‘मार्केट रिसर्च फ्यूचर के मुताबिक, पेनकिलर्स का बाजार दुनिया के सबसे तेजी से ग्रो कर रहे बाजारों में से एक है। बीते कुछ सालों में इनकी मांग जितनी तेजी से बढ़ी है, उसके आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि इनका बाजार साल 2024 से साल 2032 के बीच 7.2 प्रतिशत के कंपाउंड ग्रोथ रेट से आगे बढ़ सकता है।
भारत में पेनकिलर्स का बाजार दुनिया के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह साल 2024 से साल 2029 के बीच 9.21 प्रतिशत की कंपाउंड ग्रोथ रेट से आगे बढ़ सकता है।पेनकिलर्स से सबसे अधिक नुकसान किडनी को होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेनकिलर्स से किडनी की ओर ब्लड फ्लो कम हो जाता है। इससे किडनी का कामकाज प्रभावित होता है।
Leave a Comment