स्वदेशी बेचने और खरीदने पर जोर,जीएसटी बचत उत्सव होगा कल से शुरू,जाने क्या-क्या बोले पीएम मोदी-modi to address nation

modi to address nation राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। आज शाम 5 बजे से पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम संबोधन दिया। करीब 15 मिनटों तक पीएम मोदी ने देश को सम्बोधित किया। जिसमें स्वदेशी सामान को प्राथमिकता देने,जीएसटी बचत उत्सव की बात कहीं। प्रधानमंत्री ने नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस त्यौंहार के सीजन में हर किसी का मुंह मीठा होगा।

 

पीएम मोदी ने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है। कल 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी लागू हो जाएंगे। एक तरह से कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। जीएसटी उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पंसद की चीजें खरीद पाएंगे।

 

देश के गरीब, मध्यमवर्गीय, न्यू मिडिल क्लास, युवा किसान, महिलाएं और व्यापारी को बचत उत्सव का फायदा होगा। त्योहार के इस मौसम में सभी का मुंह मीठा होगा। मैं देश के कोटि-कोटि परिवारजनों को इस बचत उत्सव की बधाई देता हूं। ये रिफॉर्म भारत की ग्रोथ स्टोरी को बढ़ाएंगे। कारोबार को आसान बनाएंगे, निवेश का आर्कषक बनाएंगे। हर राज्य को विकास की दौड़ में बराबरी का साथी बनाएंगे।

 

अब सिर्फ 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत ही रहेगा। रोजमर्रा और खाने-पीने की चीजें सस्ती हो जाएंगी। या तो टैक्स फ्री होंगी या 5त्न टैक्स देना होगा। जिन सामानों पर 12 प्रतिशत लगता था उनमें से 99 प्रतिशत चीजें अब 5 प्रतिशत टैक्स के दायरे में आ गई हैं।

 

पिछले 11 साल में देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबों को हराया है। गरीबी से बाहर आए हैं, ये लोग न्यू मिडिल क्लास के रूप में अपनी भूमिका अदा कर रहा है। इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए की इनकम टैक्स फ्री करके उपहार दिया। तो सोचिए मिडिल क्लॉस के जीवन में कितना बदलाव आया है।

 

मुझे इस बात की खुशी है कि दुकानदार भाई-बहन जीएसटी बदलाव से उत्साह में है। वो इसे कस्टमर तक पहुंचाने में जुटे हैं। हम नागरिक देवो भव: के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नए जीएसटी में इसकी झलक दिखती है। अगर हम इनकम टैक्स और जीएसटी छूट को जोड़ दें तो देश के लोगों को 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा की बचत होगी।

 

जीएसटी की दरें कम होने से नियम और प्रक्रिया आसान बनने से एमएसएमई को बहुत फायदा होगा। उनकी बिक्री बढ़ेगी और टैक्स भी कम देना होगा। उनको भी डबल फायदा होगा। एमएसएमई से मुझे बहुत अपेक्षाएं हैं, जब भारत तरक्की के शिखर पर था उनका आधार एमएसएमई ही थे। भारत में बने सामानों की क्वालिटी बेहतर होती थी। हमें उस गौरव को वापस पाना है। हमारे यहां बना सामाना दुनिया में बेस्ट हो।

 

मेरा सभी राज्य सरकारों से आग्रह है कि स्वदेशी के अभियान के साथ मैन्यूफैक्चरिंग को गति दें। निवेश के लिए माहौल बनाएं। केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तभी सपना पूरा होगा।

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