मन के हारे हार है, मन के जीते जीत,यातायात नियमों की पालना है जीवन का आधार


राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। राजकीय डूँगर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष सात दिवसीय शिविर के तीसरे दिन स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विदुषी प्रोफेसर डॉ. सुनीता गोयल ने कहा कि सकारात्मकता एवं आत्मविश्वास से सफल जीवन जीना भी एक कला है। सफल मनुष्य की सफलता का राज उसका आत्मविश्वास एवं सकारात्मक सोच है। उन्होंने स्वयंसेवकों को जीवन के अभावों से दुखी न होने एवं जो प्राप्त है उसके लिए खुश रहने की बात कही। उन्होंने जीवन में लोगों की मदद करने एवं आत्मविश्वास एवं सकारात्मक जीवन जीने के लिए स्वयंसेवकों को प्रेरित किया। उन्होंने स्टीफन हॉकिंग, रतन टाटा, शीतल देवी, अरुणिमा सिन्हा एवं अनेक चरित्रों की संघर्षगाथा सुनाकर स्वयंसेवकों को अभिप्रेरित किया।

यातायात विभाग के उपनिरीक्षक अनिल कुमार ने स्वयंसेवकों को रफ्तार के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न कारण तथा बचाव के उपाय बताए। उन्होंने स्वयंसेवकों को बताया कि जान है तो जहान है , इस हेतु उन्होंने हेलमेट की उपयोगिता, विभिन्न सड़क- सुरक्षा के बोर्ड, चिन्ह इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने स्वयंसेवकों को कहा कि आई.एस.आई मार्क का ही हेलमेट उपयोग करना चाहिए एवं कार चलाते समय बेल्ट पहनने अनिवार्य है। उन्होंनें स्वयंसेवकों को ड्राईविंग लाइसेंस बनाने तथा यातायात के नियमो का पालन करना प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो.श्यामा अग्रवाल ने स्वयंसेवकों को जीवन मे स्वावलंबन के महत्त्व के विषय मे बताया तथा निडरता एवं आत्मविश्वास से जीवन जीने की सलाह दी। व्याख्यान सत्र के पश्चात स्वयंसेवकों द्वारा जैनोलॉजी विभाग के सामने वृक्षों के चारों तरफ की घास-फूस को साफ करके परिसर को स्वच्छ करने का महत्ती कार्य किया। शिविर में राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक केसरमल, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. निर्मल कुमार रांकावत, डॉ. संपत लाल भादू एवं डॉ. राजेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।

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