राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। गिलोय एक ऐसी औषधि है। जो कि कोरोनो काल से प्रचलन में फिर से लौट आयी है। कोरोना काल में जब दुनिया में भय का माहौल था तो सबसे ज्यादा उपयोग गिलोय का किया गया। अधिकांश लोगों का पता ही कोरोना काल में चला की गिलोय भी सबसे बड़ी औषधि के रूप में उपयोग की जाती है। गिलोय अनेक बीमारियों का कारगर उपाय है तो शरीर के लिए फायदेमंद भी है। आयुर्वेद में इसे बहुत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। संस्कृत में इसे गुरुचि या अमृता भी कहा जाता है। गिलोय के ढेरों स्वास्थ्य लाभ होते हैं। अगर इसका सही मात्रा में सेवन किया जाए तो यह वायु, पित्त और कफ तीनों तरह के दोषों को खत्म कर सकती है।
गिलोय को कई बीमारियों का रामबाण इलाज भी कहा जाता है। जिनमें बुखार,डायबिटीज,स्किन इन्फेक्शन,दस्त,कुष्ठ रोग,यूरिन से जुड़ी समस्याए,अस्थमा,गाउट,पीलिया,आई कंडीशन,भूख न लगना सहित अनेक बीमारियों में उपयोग की जा सकती है। खिून में किसी तरह का विकार होने पर इसे शुद्ध करने के लिए गिलोय का इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर रक्त विकार से हुए कील-मुंहासे गिलोय का सेवन करने से खत्म हो जाते हैं। अगर हाथ-पैर या आंखों में जलन हो रही है, आंखों से आंसू निकलना नहीं बंद हो रहे हैं, यूरिन पास होने में जलन हो रही है तो मिश्री के साथ गुरुचि के पाउडर का सेवन करने से लाभ होता है।
डायबिटिक लोगों के ब्लड में शुगर लेवल बढ़ जाता है, जो यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकलता है। इसलिए किडनी पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। ऐसे में नीम के ऊपर लगी गिलोय लेने से लाभ होता है।डेंगू और मलेरिया जैसे बुखार में पपीता के पत्तों के साथ गिलोय का सेवन करने से लाभ मिलता है। इससे बीमारी दूर होने के साथ रिकवरी में भी तेजी आती है।गिलोय अपनी एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज के लिए तो जानी ही जाती है। साथ ही यह इम्यूनिटी बूस्टर भी है। इसलिए कोरोना काल में इसका काढ़ा बनाकर पीने से लोगों को लाभ मिला। इससे टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और इम्यूनिटी मजबूत होती है।
गिलोय किसी भी तरह की स्किन एलर्जी में तो लाभकारी है ही, यह स्किन के टेक्सचर को भी सही रखती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स हमारी स्किन को मुलायम और चमकदार बनाए रखते हैं। झुर्रियां नहीं आती हैं। इसलिए गिलोय का सेवन करने से लोग लंबे समय तक जवान दिखते रहते हैं।
ये रखें सावधानिया
गिलोय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले। खासकर अगर आपको कोई बीमारी है या आप दवाएं ले रहे हैं। ज्यादा गिलोय खाने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर भी पड़ सकता है। संतुलन बहुत जरूरी है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। बच्चों को बिना डॉक्टरी रिकमंडेशन के गिलोय खाने को न दें। गिलोय ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है, इसलिए अगर आपको डायबिटीज है या आप शुगर की दवाएं ले रहे हैं तो गिलोय खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। गिलोय का सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है, गिलोय पाउडर का काढ़ा बनाकर पीना।गिलोय के रस को सीधे पीने की सलाह नहीं दी जाती।
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