Bikaner News राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। एसआईआर के चलते देशभर में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं जारी है। सतारूढ़ भाजपा इसे शुद्धिकरण के नाम से वाहवाह कर रही है तो दूसरी तरफ तमाम विपक्षी दल इसे भाजपा की वोट काटने की रणनीति बताते हुए विरोध कर रहे है। कोई किसी समाज के वोट काटने को लेकर आरोप लगा रहा है तो कोई दल भाजपा की वोट काटने का हथियार बता रहा है। बंगाल में सीएम ममता बनर्जी इसको लेकर लगातार आग बबूला है।


एसआईआर के चलते बीएलओ पर कार्य का भार बढ़ गया है। जिसको लेकर बीएलओ की वेतन बढ़ाने की भी सूचनाएं सामने आयी है। एसआईआर से देशभर में हलचल है। वहीं सोशल मीडिया भी इससे अछुता नहीं है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बीएलओ ट्रेडिंग में है। लगातार यूजर बीएलओ हैशटेग के साथ पोस्ट कर रहे है।
कई यूजर जान गंवाने वाले बीएलओ की फोटो के साथ भी कटाक्ष कर रहे हैं। बीएलओ के नाम से हैशटेग में बताया जा रहा है कि एसआईआर के कारण 25 बीएलओ की मौत हो चुकी है। तो कई यूजर जिन बीएलओ की एसआईआर में वर्क लोड़ के कारण मौत हुई है उनके लिए एक करोड़ के मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।
वहीं एक यूजर ने लिखा है कि एसआईआर बीएलओ की जान का दुश्मन बन गया है। कांग्रेस सहित तमात विपक्षी दल इसे मोदी का तानाशाह निर्णय करार दे रहे है। ऐसे ही करीब 20 हजार से अधिक पोस्ट बीएलओ हैशटेग के साथ किए जा चुके है जो कि लगातार जारी है।
बता दे कि एसआईआर को लेकर सात दिन का और समय आगे बढ़ा दिया गया है। वहीं कुछ बीएलओ ने सुसाइड करते हुए सुसाइड नोट लिखा और उसमें कथित रूप से एसआईआर के वर्क लोड़ का हवाला भी दिया था।



