राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। स्थानीय श्री जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में केन्द्रीय बजट 2025-26 पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य वाणिज्य एवं अन्य संकाय के विद्यार्थियों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये बजट का विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना था। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों द्वारा केन्द्रीय बजट 2025-26 पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए सभी बिन्दुओं पर गहनता से विचार विमर्श किया गया।
महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी श्रेयांस जैन ने केन्द्रीय बजट में दिये गये कर प्रणाली की पूर्ण जानकारी दी। वाणिज्य संकाय के ही तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी दीपक कोचर ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए बजट में किये प्रावधानों का उल्लेख किया।
इसी क्रम में वाणिज्य संकाय के प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी चिराग सोनी ने भी बजट में चिकित्सा क्षेत्र के लिए घोषित नीतियों से अवगत कराया। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के 58 विद्यार्थियों ने ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यशाला में अपनी सहभागिता निभाई।
कार्यशाला के संयोजक डॉ. सुशील कुमार दैया ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यशाला के माध्यम से वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को बजट बनाने हेतु आवश्यक कार्यप्रणाली से रूबरू करवाया गया। इसी क्रम में कार्यशाला के संयोजक दैया ने बताया कि वर्तमान बजट में देश के समस्त वर्गों का ध्यान रखते हुए उन सभी को लाभान्वित करने का प्रयास किया गया है।
कार्यशाला के सचिव डॉ. सतपाल मेहरा ने बताया कि वित्त मंत्री जी द्वारा पेश किया गया बजट देश में एक नयी क्रांति का विस्तार करेगा। जिससे करदाताओं द्वारा अपनी आय की उद्घोषणा अब बिना किसी डर के आसानी से आयकर विवरणी में प्रस्तुत की जायेगी।
महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय की सहायक आचार्य डॉ. भारती साँखला ने अपने उद्बोधन में केन्द्रीय बजट 2025-26 के पक्ष-विपक्ष दोनों अपने विचार रखते हुए अन्तत: इसे देश के सर्वांगीण विकास का बजट बताया।
इसी क्रम में महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय की सहायक आचार्य श्रीमती राधिका नाहटा ने केन्द्रीय बजट 2025-26 पर अपने व्याख्यान में बजट में दी गयी विभिन्न कर राहतों के बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र चौधरी ने कार्यशाला के माध्यम सेे यह संदेश दिया कि आप चाहे किसी भी क्षेत्र विशेष से हो किसी न किसी रूप से वाणिज्य एवं उससे संबंधित घटकों से जुड़े रहेंगें। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण केन्द्र सरकार के वित्त मंत्री महोदया श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये वर्तमान केन्द्रीय बजट 2025-26 में स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है, जहाँ कृषि जगत, उद्योग जगत, विभिन्न क्षेत्रों के रोजगार आदि सभी पहलूओं के साथ – साथ नौकरीपेशा लोगों के लिए आयकर सीमा में बढ़ोतरी आदि के रूप में देखने को मिलता है। साथ ही डॉ. चौधरी ने कर प्रणाली को पूर्णतया समझाया।
इस अवसर महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के समस्त सदस्य एवं कला संकाय के डॉ. राजेश कस्वां एवं डॉ. राजेश कुमार राँकावत भी उपस्थित रहे।
