राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। किसी व्यक्ति के जीवन में एक ड्रीम होता है कि उससे अच्छी नौकरी लगा जाए लेकिन क्या आप सोच सकते हैं। कि नौकरी से छुट्टी मिलते ही युवा फिर से दौड़ पड़ता है पेड़-पौधों की देखभाल करने। ऐसे युवा है बीकानेर के दीपेश अग्रवाल ओर पवन जाखड़। दोनो वाणिज्यिक विभाग में सरकारी सेवा में है लेकिन जैसे ही इन्हें समय मिलता है तो नजर आते है पौधों की देखभाल करने।
ये दोनो युवा कोरोना काल से पौधों की सेवा में लगे है। उन दिनों ऑक्सीजन की जिस पैमाने पर कमी हुई, उसने उस भयानक दौर से बच निकले लोगों को एक तरह से सबक भी दिया। दो दोस्तों ने उस सबक को तो जैसे जीवन में ही उतार लिया।
इतना ही नहीं, उन्होंने अलग-अलग जगहों पर जाकर 100 से अधिक पौधे लगा दिए। दोनों नियमित इनकी देखभाल करने के लिए भी जाते हैं। इतना ही नहीं, पौधों से जुड़े जानकारों की मदद से जरूरत के अनुसार इसमें खाद और दवाइयों का समय-समय पर छिड़काव भी करते हैं। हालांकि इस दौरान ट्री गार्ड चोरी या फिर पौधों को उखाडऩे जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद भी कभी हार नहीं मानी। निरंतर यह क्रम जारी रखा।
अग्रवाल ने बताया कि हमारा उदेश्य सिर्फ पौधों का याल रखना है। ताकि इनसे ऑक्सीजन के साथ-साथ लोगों को गर्मी के दौरान छांव भी मिल सके। इसकी अहमियत गर्मियों के दौरान ही पता चलती है। दोनों बताते हैं कि हम बस उतने ही पौधे लगाते हैं, जितने की आसानी से देखभाल हो जाए। दोनों की मेहनत को देख आमजन भी सहयोग के लिए आने शुरू हो गए हैं।
इतना ही नहीं जैसे ही इसकी जानकारी दिपेश अग्रवाल की मां को लगी तो उन्हें भी अच्च्छा लगा। फिर मई में जब दीपेश का जन्मदिन आया तो दिपेश की मां ने उसे बड़े गिफ्ट ना देकर एक अनमोल तोहफा दिया। दीपेश को उसकी माँ ने जन्मदिन पर गैंची,फावड़ा,कढ़ाई गिफ्ट दिया।
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