राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। आजकल गूगल मैप के भरोसे हर जगह जाने का चलन जारी है। जिसके चलते कई मर्तबा बड़े हादसे हो चुके है। ऐसा ही हादसा कल उतरप्रदेश में हुआ। जहां पर अधूरे पुल की जानकारी गूगल मैप पर नहीं थी और उसी का खामियाजा तीन लोगों का उठाना पड़ा। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र में गूगल मैप ने कार सवारों को एक निर्माणाधीन पुल के ऊपर पहुंचा दिया। बाढ़ के चलते पुल का अगला हिस्सा नदी में बह गया था, लेकिन जीपीएस नेविगेशन में यह जानकारी अपडेट नहीं की गई थी, जिससे पुल से गुजर रहे कार सवार नीचे नदी में गिर गए और बड़ा हादसा हो गया। इस घटना में 3 लोगों की मौत हो गयी।
ऐसे में सावधान होने की जरूरत है कि केवल गूगल मैप के भरोसे कहीं भी जाना सुरक्षित नहीं है। ऐसा ही हाल बीकानेर के कई रास्तों में भी है। ऐसा विकट परिस्थितियां शहर के अंदरूनी क्षेत्र से सामने आती है। जिसके चलते कई मर्तबा लम्बा जाम लग जाता है। गंगाशहर क्षेत्र से नत्थुसर गेट,जस्सुसर गेट आने के लिए रास्ता गूगल मैप पर डालने पर शहर के अंदरूनी क्षेत्र का रास्ता नजदीक बताता है। जिसके चलते कई मर्तबा कार चालक जाम में फस जाते है और विवाद की स्थितियां उत्पन्न हो जाती है। ऐसा ही हाल कोटगेट से नत्थुसर गेट या फिर उसके आसपास के क्षेत्र में भी आता है। जहां पर वाहन चालक गूगल मैप के भरोसे आ तो जाते है लेकिन जाम में फस जाते है। कई जगहों पर तो हालात ऐसे मिलते है कि कार घुस भी नहीं पाती है। ऐसे में सावधान रहना जरूरी है कि केवल गूगल मैप के भरोसे यात्रा नहीं की जा सकती है।
गूगल मैप पर कितना भरोसा करें?
गूगल मैप एक बेहद उपयोगी टूल है, लेकिन इस पर पूरी तरह भरोसा करना हमेशा सही नहीं होता। गूगल मैप हर समय अपडेट होता रहता है, लेकिन फिर भी कभी-कभी इसमें गलतियां हो सकती हैं। खासकर छोटी सड़कों या नए बने इलाकों में इससे परेशानी होती है। गूगल मैप ट्रैफिक की स्थिति दिखाता है, लेकिन यह हमेशा सटीक नहीं होता। खासकर अचानक होने वाले जाम या दुर्घटनाओं के मामले में यह बहुत अधिक सटिक नहीं होता है। जीपीएस सिग्नल और आपके स्मार्टफोन के इंटरनेट स्पीड से भी यह प्रभावित होता है। कभी-कभी गूगल मैप अधूरे पुल या खतरनाक रास्तों को भी दिखा सकता है। इसलिए हमेशा सावधानी बरतें और अपने आसपास के इलाके और रास्तों का जरूर ध्यान रखें।