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शहर के इस निजी हॉस्पीटल ने पैसों की रसीद मांगने पर मरीज को ओटी से निकाल दिया बाहर

राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। निजी हॉस्पीटल प्रशासन के द्वारा मरीज के साथ अमानवीय व्यवहार करने की खबर सामने आयी है। खबर सादुलगंज स्थित जीवन रक्षा हॉस्पीटल की। जहां पर मरीज को ओटी से इसलिए बाहर निकाल दिया गया क्योंकि उसने जमा करवाएं गए पैसों की रसीद मांग ली। जिसके बाद मामला बढ़ा तो जैसे तैसे मामला शांत करवाया गया।

यह है मामला
बेसिक कॉलेज के पास रहने वाले अनिरूद्ध का एक्सीडेंट हो गया था। जो कि इलाज के बुधवार को जीवन रक्षा हॉस्पीटल पहुंचा। जहां पर उसे भर्ती कर लिया गया। हॉस्पीटल की और से कहा गया कि 60 हजार रूपए लगेंगे। जिसके बाद हॉस्पीटल प्रशासन ने बताया कि 14 हजार योजना के नाम पर डिस्काउंट हो जाएंगे और 6 हजार रूपए अन्य छोड़ते हुए 20 हजार रूपए कम किए। अनिरुद्ध ने बताया कि गुरुवार को ऑपरेशन के हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में उसे ले लिया गया।

 

उसके बाद ओटी में अनिरुद्ध के परिजनों से 40 हजार केस मांगे गए, जब परिजनों ने ऑनलाईन करने को कहा था तो वहां के स्टाफ ने ऑनलाईन पेमेंट लेने से मना करते हुए कहा कि हम तो केस ही लेंगे। ऐसे में परिजनों ने ओटी में 40 हजार रुपए केस दे दिए जो वहां के नर्सिंग स्टाफ ने प्राप्त किये। अनिरुद्ध ने बताया कि केस पेमेंट की जब रसीद मांग गई तो रसीद देने से मना कर दिया और कहा कि अगर आपको ईलाज नहीं करवाना है तो अपने मरीज को वापिस ले जाओ।

 

इस बात के 10 से 15 मिनट बाद अनिरुद्ध सहित उसके परिजनों को हॉस्पिटल से बाहर निकाल दिया। अनिरुद्ध ने बताया कि हॉस्पिटल के स्टाफ ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया और जो 40 हजार रुपए नकद लिये थे वो भी हमें लौटे दिए। शिकायत मिलने के बाद डिप्टी सीएमएचओ लोकेन्द्र गुप्ता अस्पताल पहुंचे। उन्होंने हॉस्पिटल संचालक चिकित्सक से इस संबंध में बातचीत की।