राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होने के बाद सीमा पर शांति देखी गई। वहीं, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने तीनों सैन्य प्रमुखों, सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजित डोवल और विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ एक मीटिंग की है। वहीं, सेना लगातार ऑपरेशन सिंदूर के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी दे रही है।
सेना ने कहा, हमारे सभी मिलिट्टी बेस और हथियार सुरक्षित हैं। जरूरत पड़ी तो हम अगले मिशन के लिए भी तैयार हैं।
वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद ने कहा, मौजूदा लड़ाई में हमारे एयरक्राफ्ट कैरियर और अन्य हथियारों ने सैकड़ों किलोमीटर दूर से भी दुश्मन के किसी भी संदिग्ध हवाई जहाज या अन्य खतरे को पास आने का मौका नहीं दिया।
हमने पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी
राजीव घई ने कहा, हमें ऑपरेशन सिंदूर के एयर डिफेंस की कार्रवाई को एक कंटेक्स्ट में समझने की जरूरत है। अब हमारी मिलिट्री के साथ-साथ मासूम नागरिकों पर भी हमले हो रहे थे। पहलगाम तक पाप का ये घड़ा भर चुका था। आतंकियों पर हमारे सटीक हमले रुशष्ट और इंटरनेशल बाउंड्री को पार किए बिना किए गए थे, हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान भी इसी तरह अपनी सीमा में रहकर वार करेगा। इसलिए हमने अपने एयर डिफेंस की पूरी तैयारी कर ली थी। इसलिए आपने देखा कि जब-जब पाकिस्तान ने हमारे ऊपर हमले किए, वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हो गए।
पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों की लड़ाई को अपनी लड़ाई बनाई
एयर मार्शल एके भारती ने कहा, कल हमने विस्तार से ऑपरेशन के बारे में बताया था जिसमें पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला किया था, लेकिन अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा, और आतंकवादियों की लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली।
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