Bikaner News राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। राज्य वृक्ष खेजड़ी की अंधाधुध कटाई जारी है। पर्यावरण पे्रमी लगातार खेजड़ी काटने वालों से दो-दो हाथ कर रहे है लेकिन प्रशासन है कि जागने का नाम नहीं ले रहा है। हालात इतने खराब हो रहे हैं कि पर्यावरण प्रेमी खुद की जान की बाजी लगाकर खेजड़ी काटने वालों का सामना कर रहे है। लगातार खेजड़ी काटने को लेकर विवाद और फायरिंग हो रही है लेकिन ठोस कार्रवाई का नाम नहीं है।
ऐसे में खेजड़ी सहित हरे वृक्ष काटने के खिलाफ दो साल से सुलग रहा गुस्सा कभी भी फूट सकता है। गांवों की रोही से लेकर जिला मुयालय तक धरने-प्रदर्शन के बाद भी खेजड़ी की कटाई नहीं रुक रही है। ऐसे में अब गांवों की रोही में ग्रामीण वृक्ष बचाने के लिए रातभर पहरा देने लगे है। भानीपुरा की रोही में मंगलवार रात गश्त कर रहे ग्रामीणों ने खेजड़ी कटती देखी तो वह रोकने गए। इस दौरान पेड़ काटने वाले फायर कर भाग गए। सुबह पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने काटी मिली खेजडिय़ों की गिनती कर फर्द तैयार की है। इसमें 191 खेजड़ी काटना पाया गया है।
पर्यावरण प्रेमी मोखराम धारणिया ने बताया कि भानीपूरा की रोही में आधी रात को अवैध रूप से कुछ लोग राज्य वृक्ष खेजड़ी पर आरा कटर मशीन चला रहे होने की सूचना पाकर पर्यावरण प्रेमियों का गश्ती दल मौके पर पहुंचा। पेड़ काटने वालों ने ग्रामीणों पर फायरिंग की और गाडिय़ों में सवार होकर भाग गए। इस घटना की जानकारी मिलने पर बुधवार सुबह भानीपुरा ग्राम पंचायत में ग्रामीण एकत्रित हुए। पुलिस और पटवारी भी मौके पर पहुंचे। पटवारी ने मौके पर काटी मिले 191 खेजड़ी की रिपोर्ट तैयार कर ली है।
ग्रामीणों ने इस संबंध में बुधवार शाम को फिर बैठक की। इसमें पूगल पुलिस थाना में वृक्ष काटने वालों के खिलाफ सामूहिक रूप से मामला दर्ज कराने का निर्णय किया गया। उन्होंने जानलेवा हमला करने, राज्य वृक्ष खेजड़ी को अवैध रूप से काटने, धार्मिक भावना को आहत करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पेड़ काटने वालों के वाहन व औजार जब्त करने गिरतारी की मांग की है।