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मंत्री ने सुनी होनहारों की समस्या और तुरंत राशि की स्वीकृत,18 दिनों के सघंर्ष के बाद बदलाव की आहट




सादुल स्पोर्र्टस स्कूल के होनहारों का अंादोलन हुआ खत्म

राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के सामने 18 दिनों से चल रहा क्रीड़ा भारती का धरना शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से सफल वार्ता और सरकार की ठोस कार्रवाई के बाद समाप्त हो गया। खिलाडिय़ों की वार्ता शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के विशेषाधिकारी जयनारायण मीणा एवं डायरेक्टर प्राइमरी एवं माध्यमिक सीताराम जाट से सफल रही।

 

 

 

शिक्षा मंत्री के संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत सरकार द्वारा छात्रावास और शौचालयों की मरम्मत के लिए 80 लाख रुपये की त्वरित स्वीकृति दी और खिलाडिय़ों की अन्य मांगों को लेकर सकारात्मक आश्वासन ने सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के छात्रों और खेल प्रेमियों में नई उम्मीदें जगाई हैं। खिलाड़ी दानवीर सिंह भाटी ने बताया शिक्षा मंत्री एवं सरकार के इस कदम को सुखद पहल बताया।गुरुवार को जयपुर में शिक्षा मंत्री से मुलाकात करने गए क्रीड़ा भारती के प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख भूमिका निभाने वाले पूर्व खिलाड़ी दानवीर सिंह भाटी और भैरू रतन ओझा ने इस उपलब्धि को खिलाडिय़ों की एकजुटता और सरकार की गंभीरता का परिणाम बताया।

 

दानवीर भाटी ने कहा कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल केवल एक स्कूल नहीं है, यह हजारों खिलाडिय़ों के सपनों का आधार है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि इसे राजस्थान का सबसे मॉडर्न और प्रभावशाली स्पोर्ट्स स्कूल बनाया जाए। सरकार ने हमारे संघर्ष को समझा और तुरंत 80 लाख रुपये छात्रावास और शौचालयों की मरम्मत के लिए स्वीकृत किए। यह सिर्फ एक शुरुआत है। हम सुनिश्चित करेंगे कि हर खिलाड़ी को उसके हक की सुविधा मिले।

वहीं भैरूरतन ओझा ने कहा कि यह जीत सिर्फ क्रीड़ा भारती की नहीं, बल्कि उन सभी छात्रों और अभिभावकों की है जिन्होंने हमारे साथ मिलकर इस संघर्ष को समर्थन दिया। शिक्षा मंत्री ने हमारे सुझावों को गहराई से समझा और विश्वास दिलाया कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल का गौरव फिर से लौटाया जाएगा। यह हर खिलाड़ी के लिए एक नई शुरुआत है। हमारा सपना है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स संस्थान बनाया जाए।

 

धरने का समापन और उत्सव का माहौल
क्रीड़ा भारती बीकानेर के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने जानकारी दी कि गुरुवार को जयपुर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और उनके विशेषाधिकारी जयनारायण मीणा के साथ प्रतिनिधिमंडल की विस्तृत वार्ता हुई। मंत्री ने आश्वासन दिया कि आगामी 45-60 दिनों के भीतर खिलाडिय़ों की डाइट मनी 250 रुपये बढ़ाने और सभी 12 खेलों पर प्रशिक्षक लगाने पर सहमति दी व स्कूल के प्रशासनिक ढांचे में सुधार जैसी सभी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी।

इस सकारात्मक घटनाक्रम के बाद, बीकानेर में सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के सामने क्रीड़ा भारती ने धरने को समाप्त करने की घोषणा की। स्कूल के बाहर आतिशबाजी और पटाखों के साथ जश्न मनाया गया। खिलाडिय़ों के बीच मिठाइयां बांटी गईं, और इस संघर्ष की सफलता पर सभी ने अपनी खुशी जाहिर की। इस मौके पर शिक्षा विभाग के उप-निदेशक अरविंद व्यास एवं सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के प्रिंसिपल अजय पाल सिंह भी शिक्षा विभाग की ओर से वहां मौजूद रहे।

खिलाडिय़ों की प्रतिक्रिया
सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के छात्रों ने कहा कि यह दशकों लंबी लड़ाई का सुखद परिणाम है। उन्होंने क्रीड़ा भारती और दानवीर भाटी का धन्यवाद करते हुए कहा, “हम जल्द ही अपने स्कूल को नए स्वरूप में देखेंगे। हमारा सपना अब सच हो रहा है।”

नवीन विकास का प्रतीक
यह घटनाक्रम सादुल स्पोर्ट्स स्कूल को एक नए युग में प्रवेश दिलाने का वादा करता है। दानवीर सिंह भाटी और भैरू रतन ओझा जैसे समर्पित पूर्व खिलाडिय़ों की अगुवाई में खिलाडिय़ों की आवाज़ को नई ताकत मिली है। शिक्षा मंत्री और सरकार की सकारात्मक पहल ने यह साबित कर दिया है कि सही नेतृत्व और सामूहिक प्रयास से बदलाव संभव है।

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