इधर भी ध्यान दो प्रिंसिपल साहब
राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम अस्पताल में हर वर्ष सरकार और भामाशाह द्वारा करोड़ों रूपए स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिए जा रहे है। जिसके बावजूद भी पीबीएम के हाल बेहाल है। व्यवस्था जगह-जगह पर पीबीएम प्रशासन को आयना दिखा रही है। पीबीएम प्रशासन लगातार इसको लेकर बड़े-बड़े दावे तो कर रहा है लेकिन धरातल पर दावे हवा हवाई ही दिखाई पड़ते है। पीबीएम में जब औचक निरीक्षण किया तो ऐसे ऐसे दृश्य देखने को मिले जो कि पीबीएम प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहंी है।
पीबीएम में एमआरआई मशीन के ब्लॉक में घुसते ही नजर पड़ी एंट्री के गेट पर। जहां पर कोई गुटखा ना थूके उसके लिए सफेद पेपर लगाया गया था लेकिन हालात इतने बदतर है कि इस पेपर भी गुटखे थूके गए है और भंयकर बदबू आ रही थी। वहीं पास में ही खाली पड़ी जमीन में मेडिकल का सामान खुले में पड़ा था। जहां पर उपयोग में लिए गए मेडिकल का सामान पड़ा था। पास में ही शराब की बोतलें और खुले मे कचरा पड़ा था। जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं दिखा।
यहीं पर छत से पानी आता हुई दिखाई दिया,पास में ही बिजली के तार लगे थे जो कि क्षतिग्रस्त अवस्था में थे जो कि हादसे को न्यौता दे रहे थें। अव्यवस्थाओं का आलम यहीं नहीं रूका। थाोड़ा आगे चलते ही हमे हॉस्पीटल परिसर मे श्वान खुलेआम आराम से विचरण करता मिला। जो कि कभी वार्ड तो कभी गैलरी में घूम रहा था। ऐसे में कई दृश्य थे जो कि हमने कैमरे में कैद किए।
इन दृश्यों से साफ है कि पीबीएम प्रशासन व्यवस्था को लेकर कितना सतर्क है । एक ब्लॉक में मिली ये व्यवस्था बताने के लिए काफी है कि पुरी पीबीएम में क्या व्यवस्था होगी हालांकि पुरानी बिल्डिंग में कई वार्डो में साफ सफाई अच्छी दिखी।
आगे भी हमारे से जुड़े रहे फिर से आपके सामने लाएंगे पीबीएम की व्यवस्था को लेकर जानकारी।
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