राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। शरीर के जरूरी पोषक तत्वों में से एक कैल्शियम है, जो हड्डियों के निमार्ण और देखभाल के लिए जरूरी होता है। आपको बता दें शरीर में 99 प्रतिशत कैल्शियम हड्डियों और दातों में होता है। इसके साथ-साथ कैल्शियम ब्रेन और शरीर के दूसरे भागों के बीच संचार बनाए रखने में मदद करता है. इससे मांसपेशियां मजबूत भी होती है।
इसलिए कैल्शियम की कमी शरीर पर भारी असर डालता है। शरीर में कैल्शियम की कमी को हाइपोकैल्सीमिया कहते हैं। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती है और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
हड्डियों का कमजोर होना-कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे हड्डियों में फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
नाखूनों का टूटना-कमजोर और टूटते नाखून भी कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकते हैं।
दांतों की समस्याएँ- दांतों में संवेदनशीलता, पीलापन या टूटने जैसी समस्याएं कैल्शियम की कमी से हो सकती हैं।
मानसिक स्थिति में बदलाव- चिंता, तनाव, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं कैल्शियम की कमी से हो सकती हैं।
असामान्य हार्ट बीट- कैल्शियम की कमी से दिल की धड़कन भी असामान्य हो सकती है।
मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाहट- मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाहट भी कैल्शियम की कमी का एक लक्षण है।
Leave a Comment