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क्राइम एपिसोड देख दिया था वारदात को अंजाम,हत्यारा गिरफ्तार




मुक्ताप्रसाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई


सीओ श्रवणदास और थानाधिकारी धीरेंद्र सिंह की टीम ने ब्लाइंड मर्डर से उठाया पर्दा
राजस्थान 1st न्यूज़,बीकानेर। बीते दिनों महिला की हत्या कर शव जलाने के मामले में पुलिस ने हत्या के राज से पर्दा उठा दिया। सीओ श्रवण दास और थानाधिकारी धीरेंद्र सिंह की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। बीकानेर पुलिस ने इस प्रकरण को प्राथमिकता से लिया जाकर तुरन्त प्रभाव से अलग-अलग टीमें गठीत की गयी।

उक्त जघन्य हत्याकाण्ड के पर्दाफाश हेतु सौरभ तिवाडी आरपीएस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था, जिसमें श्रवणदास संत आरपीएस वृताधिकारी नगर, सुभाष गोदारा आरपीएस, धीरेन्द्र सिंह पुनि थानाधिकारी एमपी नगर, विक्रम तिवाड़ी उनि थानाधिकारी नयाशहर, जसवीर कुमार उनि थानाधिकारी कोतवाली, रेणुबाला उनि पीएस मुक्ताप्रसाद नगर, दीपक यादव सउनि प्रभारी साईबर सैल के अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।

अलग-अलग 05 पुलिस टीमों का गठन किया जाकर कार्य शुरू किया गया। पुलिस की अलग-अलग टीमों के द्वारा मुखबीर तंत्र मजबूत किये व घटनास्थल के आस-पास व बीकानेर से आने जाने रास्ते पर करीब 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चैक किये गये तथा घटनास्थान से तकनिकी साक्ष्य भी एकत्रित कर कार्य प्रारंभ किया गया।

 

घटना स्थल के आस-पास डोर-टू-डोर सर्वे कर करीब 300 लोगों से पूछताछ की व पुलिस टीमों द्वारा महिला के शव मिलने वाले घटनास्थल के पास लगातार सात दिनों तक दिन रात उस रूट से आने जाने वाले करीब 500 लोगों से जानकारीयां जुटाई, बीकानेर शहर में रहने वाले संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। पूर्व में दर्ज हुये हत्या के प्रकरणों से संबंधित बदमाशों से भी पूछताछ की गई व आसूचना तथा सम्पूर्ण अलग-अलग तकनिकी साक्ष्यों व मोबाईल डाटा विश्लेषण के आधार पर पुलिस टीम ने कडी मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये कड़ी से कड़ी जोड़कर जघन्य हत्याकाण्ड में शामिल आरोपी को चिन्हित कर आरोपी की तलाश कर दस्तयाब कर बाद पुछताछ गिरफ्तार किया गया।

आरोपीगण द्वारा उक्त हत्याकाण्ड को अंजाम देने का कारण व तरीका-
आरोपी गोपाल ने दौराने पुछताछ बताया कि उसके मृतका की जेठानी व चचेरी बहिन सुमन के साथ पिछले करीब एक साल से अवैध संबंध थे और उक्त बात का कुछ समय पहले मृतका को पता चलने पर उसने विरोध किया। जिस पर आरोपी गोपाल व उसकी प्रेमिका सुमन द्वारा मृतका को अपने रास्ते से हटाने के लिए षडयंत्र रचा गया। आरोपी गोपाल ने हत्या को अंजाम देने के लिए कई वैब सीरिज व काईम ऐपीसोड देखे। आरोपी गोपाल को उसकी प्रेमिका द्वारा मृतका के घर की सारी जानकारियां उपलब्ध करवाई, मृतका कब कब घर अकेली रहती है। हत्या करने से दो दिन पूर्व भी आरोपी द्वारा घटनास्थल पर आकर अपनी प्रेमिका के साथ मृतका के घर जाकर रैकी की गई।7 मार्च को आरोपी द्वारा मृतका के घर जाकर उसको विश्वास में लिया। कॉलोनी में कोई काम से आने का बताकर मृतका के घर पर बैठकर चाय पी। मृतका के घरेलू कार्य के दौरान धोखे से उसके सिर पर किसी भारी हथियार से वार कर गंभीर चोटें कारित कर उसकी हत्या कर दी तथा हत्या के सबूत नष्ट करने के लिए मृतका की लाश पर ज्वलीनशील पदार्थ डालकर जला दिया व शातिर रूप से साक्ष्य नष्ट करने के भरसक प्रयास किये। घटना के अगले दिन भी आरोपी मृतका की हत्या को लेकर पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के आगे धरना में शामिल हुआ था।

गिरफ्तारी में सहयोग करने वाली टीमः-
जसवीर कुमार उनि थानाधिकारी कोतवाली, कैलाश बिश्नोई कानि, संजय कानि, काशीराम कानि।
सीसीटीवी फुटेज टीमः – विक्रम तिवाड़ी उनि थानाधिकारी नयाशहर, महावीर सिंह हैडकानि, हेतराम हैडकानि, छगनलाल कानि, श्रीराम कानि।
डोर-टू-डोर सर्वर्वे टीमः- बीडी रेणुबाला उनि पीएस मुक्ताप्रसाद नगर, सुरेन्द्र सउनि, बाबुलाल सउनि, लाखाराम हैडकानि, हंसराज हैडकानि, हेमसिंह कानि, मनोज कानि, शिवराज कानि।
तकनीकी टीमः- दीपक यादव सउनि प्रभारी साईबर सैल, दिलीप सिंह सउनि, श्रीराम कानि, सुर्यप्रकाश कानि ।
विशेष भूमिकाः- उक्त हत्याकाण्ड के खुलासे में धीरेन्द्रसिंह पु०नि०, दीपक यादव सउनि, श्रीराम कानि 905 व छगनलाल कानि 1223 का विशेष योगदान रहा।

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