राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। बीकानेर के नोखा में इन दिनों जंगली सियारों का आंतक है। जिसके चलते कई गांवों के किसान परेशान है ओर अपने खेत भी नहीं जा पा रहा है। जानकारी के अनुसार जंगली सियार झुंड में आते है और हमला कर देते हैं। जिसके चलते किसान परेशान है कि आखिर कब सियार आकर हमला कर दें।
नोखा उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली सियारों का आतंक बनने के बाद खेतों में निवास करने वाले किसानों का जीना दूभर हो गया है साथ ही सियार द्वारा हमला करने की अफवाह के कारण किसान अपने खेत में फसल की पूरी तरह देखभाल भी नहीं कर पा रहे हैं। नोखा के रोड़ा, खारा, कूदसू, बंधाला गांवों में इन दोनों जंगली सियारों के झुंड किसानों को परेशान कर ही रहे हैं साथ ही किसानों में सियार द्वारा हमला करने की एक अफवाह फैली होने के कारण कारण भय का माहौल बना हुआ है। किसानों की हालात यह है कि फसल को छोड़े तो बर्बाद हो जाएगी और ध्यान रखने जाए और हमला हो जाए ऐसे में किसान दोहरी दुविधा में फसे हुए है।
किसान गुड्डू शर्मा ने बताया कि उसकी झोपड़ी के बाहर उसने एक बैटरी और सोलर प्लेट लगाकर चारो तरफ करंट के तार लगाए हैं ताकि रात्रि के समय वह उसकी पत्नी और उसकी बेटी सुरक्षित सो सके और साथ ही यह भय बना रहता है की कब सियार झुंड में आकर हमला कर दे और उन्हें घायल कर दे। किसानों ने बताया कि पागल सियार के काटने की घटना सुनने के बाद किसान डरे हुए है। किसानों ने बताया की यदि सियार ने काट लिया और रेबीज के टीके नहीं लगाए गए तो इंसान में भी पागलपन के दौरे पडऩे के आसार बन जाते है। वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि यह समय सियारों के पागलपन का है हमें इससे सावधानी रखने की जरूरत है अन्यथा सियार द्वारा किसी व्यक्ति के काटने पर उसके पागल होने के आसार बन सकते हैं। स्थानीय लोग राम सिंह रोड़ा, पीठा राम सुथार, जय सुखराम बिश्नोई, ओम प्रकाश, खेता महाराज सहित अन्य किसानों ने वन विभाग और अधिकारियों से जंगली जानवरों का रेस्क्यू करने मांग की ताकि ताकि किसान अपनी खेती समुचित तरह से देखभाल कर सके।
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