पार्षद बोले-कभी लोगों को पीठ नहीं दिखाई जितना बन पड़ा वो किया आगे भी लड़ते रहेंगे जनता के लिए

पार्षदों के विकास का हिसाब-किताब
राजस्थान 1st न्यूज की पेशकश
राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। बीकानेर सहित प्रदेश के अनेक निकायों का कार्यकाल खत्म हो गया है। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने बीकानेर सहित अनेक निकायों में प्रशासकों की नियुक्ति कर दी गयी है। पार्षदों के कार्यकाल पूर्ण होने के बाद राजस्थान फस्र्ट न्यूज ने शुरू किया है पार्षदों से पांच साल के काम का हिसाब किताब की सीरीज

आज दूसरे साक्षात्कार में हमारे साथ रहे विश्वविद्यालय की राजनीति से अपना सफर शुरू करने वाले वार्ड 71 के पार्षद प्रफुल्ल हाटीला। जिनसे हमने की विश्वविद्यालय से लेकर वार्ड पार्षद तक की बातें साथ ही की विकास को लेकर चर्चा ।

सवाल- कितने रूपए के विकास कार्य करवा पाएं पांच सालों में
जवाब- करीब ढ़ाई करोड़ के विकास कार्य अकेेले निगम से करवाएं। जिनमें नाली,पानी सहित मूलभूत सुविधाआों से जुडे थे। इसके अलावा यूआईटी,पीडब्ल्यूडी सहित अनेक विभाागों से भी काम करवाएं।

सवाल-दो गुटों में बंटी कांग्रेस के कारण क्या साधारण सभा नहीं हुई
जवाब-कांग्रेस में एक होड़ थी जो कि नेता प्रतिपक्ष बनने पर खत्म हो गयी। कांग्रेस कभी दो गुटों में बंटी हुई थी नहीं। रही बात साधारण सभा की तो साधारण सभा के लिए कांग्रेस पार्षद हमेशा से मांग करते रहें लेकिन निगम का बोर्ड नहीं करवा पाया।

सवाल-मूलभूत सुविधाओं के लिए क्या किया।
जवाब- वार्ड की लगभग सभी गलियों में आपको रोशनी और सड़के नजर आएगी। एक ऐसा नाला है जो कि कई वार्डो से निकलता हुआ आता है। उसको हमने पैक करवाया। जिसके चलते सैकड़ों लोगों की समस्या का समाधान हो पाया।

सवाल-आपके क्षेत्र में नशा बढ़ रहा है। धरातल पर क्या प्रयास किए।

जवाब-नशा बढ़ रहा है ये बात तो सही है लेकिन हमने नशे के खिलाफ काार्रवाई के साथ भय को लेकर भी मुहिम चलायी। जहां से नशा बेचा जा रहा है। वो पहले अंधेरे की आगोश में था लेकिन हमने वहां पर रोशनी की व्यवस्था की ताकि कुछ लगाम लगे। इसके साथ ही हमारे क्षेत्र में पुल के नीचे पुलिस चौकी खुले इसके लिए भी हमने कई मर्तबा प्रयास किया साथ ही कई बड़ी कार्रवाई हमारे क्षेत्र में हुई तो नाम तो नहीं बता सकते है लेकिन हो सकता है। कि वो कार्रवाई हमारे इशारों से ही हुई हो।

सवाल-कोरोना काल में कैसे आपने जनता के लिए काम किया
जवाब-सबसे कठिन परिस्थितियों में हमने काम किया। प्रशासन का सहयोग ऊंट के मुंह में जीरे सा था लेकिन फिर भी हमने हिम्मत नहीं हारी और हरसंभव मदद के लिए प्रयास करते रहें। कभी वार्डवासियों को पीठ दिखाकर नहीं आए।

ऐसे ही सवालों की जवाबों की पुरी बातचीत के लिए नीचे दिए गए यूट्यूब पेज पर देख सकते हैं साक्षात्कार।

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!