राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। पति-पत्नी के बीच विवाद के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। इस सम्बंध में बीते दिनों नोखा थाने में विवाहिता ने अपने पति के विरूद्ध दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज करवाया था। विवाहिता ने मांग की थी कि अगर सात दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नही हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी। जिसके बाद महिला के पति ने आज कलक्टर,एसपी से मांग की है कि उसकी पत्नी किसी भी तरह का कोई गलत कदम उठाए उससे पहले उससे पाबंद किया जावे ताकि अनहोनी से बचा जा सके।
पति ने परिवाद देते हुए पुलिस को बताया कि उसका विवाह 3 मार्च 2014 को हुआ था। शादी के बाद से उसके ससुराल वाले मुझे तंग व परेशान करते आ रहे है। । मेरी पत्नी छोटी छोटी बात पर पुलिस थाने लेकर चले जाते है। चार साल पहले मुझे ससुराल बुलाकर मेरे साथ मारपीट की और मेरी पत्नी को दो साल से पीहर में ही रोक लिया और अभी भी मेरी पत्नी पिछले 8 माह से अपने पीहर में रह रही है। मेरी माता का स्वर्गवास हो गया तो माता के बारहवें दिन हमे बदनाम करने के लिये मृत्युभोज करवाने का झूठा आरोप लगाकर भारी पुलिस लवाजमें को साथ लेकर आई और और बारहवें के दिन माहोल खराब किया।
इसके पश्चात् 6 दिसंबर को मेरे ससुराल वालो ने मेरी पत्नी को बहकावे में लेकर दहेज प्रताडऩा का मुकदमा कराते हुए एसपी को आत्महत्या करने की धमकी देते हुए कहा कि यदि 7 दिवस के भीतर कार्यवाही नही की जाती है तो वह सात दिन के पश्चात् आत्मदाह करके आत्महत्या कर लेगी। उक्त घटना को आज 4-5 दिन बीत चुके है यदि पुलिस प्रशासन द्वारा उसकी पत्नी को आत्महत्या नहीं करने के लिए पाबन्द नही किया जाता है तो सार्वजनिक शान्ति व्यवस्था बिगडने के गंभीर संभावना है। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने पाबंद करने का आश्वाशन दिया।
परिवादी के अधिवक्ता ने बताया कि किसी भी व्यक्ति द्वारा पुलिस प्रशासन को आत्महत्या करने की धमकी देना अपराध है और पति द्वारा भी महिला को आत्महत्या करने से रोके जाने हेतु पुलिस से गुहार लगाई है। यदि नोखा पुलिस द्वारा महिला को 7 दिवस से पूर्व पाबंद नहीं किया जाता है तो पुलिस के आला अधिकारियों से मुलाकात कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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