राजस्थान 1st न्यूज़,बीकानेर। चार दिन पहले नोखा के एक निजी अस्पताल में जन्मे दुर्लभ बीमारी से पीड़ित जुड़वा बच्चों की गुरुवार शाम बीकानेर के नवजात गहन देखभाल इकाई में मौत हो गई। इनमें एक लड़की और एक लड़का था, जिनकी त्वचा प्लास्टिक जैसी सख्त और फटी हुई थी। ये बच्चे दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी हार्लेक्विन–टाइप इचिथोसिस से ग्रस्त थे।डॉ क्टरों के अनुसार, यह बीमारी हर 5 लाख में से एक बच्चे में पाई जाती है और बेहद दुर्लभ है। देश में यह पहली बार हुआ है किहार्लेक्विन–टाइप इचिथोसिस से पीड़ित जुड़वा बच्चे जन्मे हैं। डॉक्टर्स का दावा था कि हार्लेक्विन–टाइप इचिथोसिस बीमारी के साथपैदा हुए सिंगल बच्चे पहले भी ट्रीटमेंट के लिए आ चुके हैं। लेकिन, जुड़वा बच्चों का यह देश में संभवत: पहला मामला था। यह बीमारी रेयर डिजीज में आने वाले रोगों में है। 5 लाख में से एक बच्चे में यह आनुवांशिक बीमारी पाई जाती है।