राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। उजास उच्छब के अंतर्गत 30-31 मार्च को जोधपुर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। बीकानेर के मधु आचार्य आशावादी और डॉ राजेश व्यास का सम्मान और उद्बोधन रहा साथ ही नगेंद्र नारायण का समकालीन राजस्थानी अनुवाद पर पत्रवाचन हुआ। राजस्थानी विभाग जयनारायण व्यास विश्व विद्यालय और डॉ अर्जुन देव चारण,डॉ गजेसिंह राजपुरोहित आदि का सानिध्य रहा।
समापन सत्र के समय मधु आचार्य आशावादी ने राजस्थानी भाषा पर अपना शानदार उद्बोधन रखते हुवे कहा कि जितना ज्यादा हम मायड़ भाषा के करीब रहेंगे उतनी ही जल्दी मान्यता मिलेगी। राजस्थानी की मान्यता के लिए हमें बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा तो भी करेंगे। इस अवसर पर डॉ राजेश व्यास ने लोक कलाओं पर अपना सारगर्भित और उपयोगी उद्बोधन दिया।