पारीक जोत के संपादक सीताराम पांडिया का सम्मान एवं पुस्तक का हुआ विमोचन


राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। पारीक सभा नोखा एवं विप्र फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पारीक जोत के संपादक सीताराम पांडिया का सम्मान समारोह एवं पुस्तक विमोचन समारोह पारीक भवन, नोखा में संपन्न हुआ। इस गरिमामयी कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक पारीक प्रधान अतिथि, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय महामंत्री पवनकुमार पारीक मुख्य अतिथि थे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता पारीक आश्रम ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष मनोहर पारीक (नागौर) ने की। प्रमुख सानिध्य में नोखा पारीक भवन के पूर्व अध्यक्ष मनीराम पारीक, नोखा के वरिष्ठ समाजसेवी सीताराम तिवाड़ी उपस्थित रहे।

 

इस अवसर पर सीताराम पांडिया द्वारा रचित पारीक जोत के 20वें संस्करण का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओर से श्री पांडिया को कर्मयोद्धा सम्मान से अलंकृत किया गया तथा 51,000 का चेक भेंट कर उनके निरंतर समाजसेवी योगदान को नमन किया गया।
प्रधान अतिथि एवं विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक पारीक ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन के कार्यों को केवल वही व्यक्ति सफलतापूर्वक कर सकता है जो समर्पण, निष्ठा और साधना की भावना रखता हो। सीताराम पांडिया ने विप्र फाउंडेशन और पारीक समाज के लिए जो कार्य किए हैं, वे केवल एक समर्पित साधक ही कर सकता है। उन्होंने न किसी पद की चाह रखी, न प्रचार की लालसा—उनका उद्देश्य केवल समाज सेवा और जानकारी का संकलन था।

 

उन्होंने आगे कहा कि पारीक जोत जैसे दस्तावेज समाज की पीढिय़ों को दिशा दिखाने वाले प्रकाशस्तंभ होते हैं, और पांडिया की यह साधना आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा बनेगी। अशोक पारीक ने अपने संबोधन में कहा
मुख्य अतिथि पवनकुमार पारीक ने पांडिया की लेखन यात्रा को तपस्या और जुनून की संज्ञा देते हुए उनके समर्पण, संघर्ष और समाज के प्रति उनके योगदान को विस्तार से रेखांकित किया। विप्र फाउंडेशन विगत 15 वर्षों से समाज की प्रतिभाओं को पहचान देने का कार्य कर रहा है। उन्होंने सीताराम पांडिया को विप्र फाउंडेशन राजस्थान के प्रथम सचिव के रूप में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए बधाई दी और कहा कि पारीक जोत समाज को जानकारी देने और संगठन से जोडऩे में महत्वपूर्ण कड़ी रही है।

कार्यक्रम अध्यक्ष मनोहर पारीक ने कहा कि नोखा की इस पुण्य भूमि पर पारीक सभा एवं विप्र फाउंडेशन ने अपने माटी के लाल का यथोचित सम्मान किया है। पारीक जोत पुस्तक पांडिया की 25 वर्षों की साधना और समाज सेवा की अमूल्य धरोहर है।
पुस्तक के रचयिता सीताराम पांडिया ने इस अवसर पर पुस्तक की रचना यात्रा साझा की एवं वर्षों तक सहयोगी रहे कार्यकर्ताओं जगदीश प्रसाद कठोतिया, भंवरलाल पुरोहित,रामजीवण व्यास, ओमप्रकाश तिवाड़ी, महेश कुमार पांडिया, गणेश तिवाड़ी,लीलाधर तिवाड़ी का मंच पर आभार एवं सम्मान किया।

कार्यक्रम में आत्माराम तिवाड़ी, अनूप गढ, चन्द्र भान तिवाड़ी, हनुमान गढ, रामानंद बोहरा एडवोकेट तथा कृष्ण कुमार पांडिया अबोहर पंजाब आदि वक्ताओं ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन एवं स्वागत भाषण पारीक सभा के उपाध्यक्ष राजकुमार पारीक ने दिया। जबकि सभा के अध्यक्ष गोपीकिशन तिवाड़ी ने अंत में आभार व्यक्त किया।

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