राजस्थान 1st न्यूज,नेटवर्क। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बीसीसीआई ने दस नियम तय किए हे। जिनमें फैमिली से लेकर घरेलू क्रिकेट तक शामिल है। जिनका पालन टीम के हर एक खिलाड़ी को करना होगा नहीं तो खिलाड़ी की सैलरी में से कटौती, कड़ी सजा और बैन तक किया जा सकता है।
अगर किसी सीरीज या मैच के दौरान भारतीय टीम यदि 45 दिन या उससे ज्यादा दिनों तक चलने वाले विदेशी दौरे पर है तो खिलाड़ी का परिवार सिर्फ 2 सप्ताह तक ही उसके साथ रह सकता है। इस दौरान विजिटिंग पीरियड के समय का खर्चा बीसीसीआई उठाएगा।
बीसीसीआई द्वारा किए जाने वाले शूट और अन्य सभी कार्यक्रमों के लिए खिलाडिय़ों को उपलब्ध रहना होगा। जिसके जरिए टीम में एकजुटता और साथ-साथ क्रिकेट के खेल को बढ़ावा देने का कार्य किया जा सकेगा।
वहीं कोई भी सीरीज या मैच समाप्त होने तक सभी खिलाडिय़ों को एकसाथ रहना होगा। चाहे मैच तय समय से पहले ही खत्म क्यों ना हो।
खिलाडिय़ों को टीम मैनेजमेंट के साथ तालमेल बैठाना होगा। उनका सामान बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सेलेंस में जाएंगे।
वहीं मैच से पहले अभ्यास के दौरान सभी खिलाडिय़ों को अभ्यास सत्र में भाग लेना होगा। ठहरने की जगह से लेकर मैदान तक एकसाथ यात्रा करनी होगी ताकि टीम मे एकजुटता रहे।
अगर टीम किसी दौरे पर है या सीरीज चल रही है तो इस बीच किसी खिलाड़ी को निजी एड शूट कराने की आजादी नहीं होगी।
भारत की नेशनल टीम के लिए खेल रहे सभी खिलाडिय़ों को नियमित रूप से डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना होगा। जो बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल है और अगर ऐसा नहीं होता है तो उसे चीफ सलेक्टर की परमिशन चाहिए होगी।
किसी भी खिलाड़ी को परिवार के साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। मैच या अभ्यास मैच के लिए यात्रा सभी टीम खिलाडिय़ों को एक साथ करनी होगी।
टूर पर जाते समय तय वजह के अनुसार ही खिलाड़ी सामान ले जा सकेंगे। खिलाड़ी अब एक यात्रा में 150 किलोग्राम और सपोर्ट स्टाफ 80 किलोग्राम तक का समान ले जा सकेंगे।
टीम के साथ बीसीसीआई की अनुमति के बिना टीम का कोई भी खिलाड़ी पर्सनल स्टाफ को साथ नहीं ले जा सकेगा।