राजस्थान 1st न्यूज,बीकानेर। एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स यूजर्स को जब भी किसी नए ऐप्लिकेशन की जरूरत पड़ती है तो वह सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर की तरफ ही जाता है। गूगल प्ले स्टोर पर लगभग वे सभी ऐप्स मौजूद हैं जिनकी स्मार्टफोन्स यूजर्स को जरूरत पड़ती है। पिछले कुछ समय में ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामले तेजी से सामने आए हैं। क्रिमिनल्स लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए अब ऐप स्टोर तक पहुंच बना रहे हैं। साइबर क्रिमिनल्स कई बार ऐसी ऐप्स को भी प्ले स्टोर पर ऐड कर देते हैं जो यूजर्स का पर्सनल डेटा चोरी करते हैं।
अगर आप भी आए दिन नए-नए ऐप्स को फोन में इंस्टाल करते रहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। गूगल ने हाल ही में करीब 300 ऐसी ऐप्लिकेशन्स को प्ले स्टोर से डिलीट किया है जो यूजर्स का पर्सनल डेटा चोरी कर रहे थे। गूगल की तरफ से जिन ऐप्स को हटाया गया है वे एंड्रॉयड 13 को बायपास करके यूजर्स का पर्सनल डेटा चोरी कर रहे थे।
स्मार्टफोन यूजर्स तुरंत करें ये काम
अगर आप आप भी अभी तक एंड्रॉयड 13 पर ही अपने स्मार्टफोन्स को चला रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। पर्सनल डिटेल्स को सेफ रखने के लिए आपको तुरंत अपने स्मार्टफोन्स को लेटेस्ट एंड्रॉयड वर्जन में अपडेट कर लेना चाहिए। जानकारी के मुताबिक जिन ऐप्स को हटाया गया है उन्हें करीब 6 करोड़ से ज्यादा बार इंस्टाल किया गया है।
सेफ्टी के लिए बेहद खतरनाक थे ऐप्स
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल ही यह पता लगाया थि कि प्ले स्टोर पर करीब 180 ऐप्स हैं जो करीब 20 करोड़ फेक एड रिक्वेस्ट सेंड कर चुकी है। हालांकि बाद में और अधिक जानकारी निकालने के बाद पता चला कि ऐसी करीब 331 ऐप्स हैं। ये ऐप्स स्मार्टफोन यूजर्स को ऐड दिखाकर पर्सनल डिटेल हासिल करती थीं। ये ऐप्स फिशिंग अटैक के जरिए यूजर्स के क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स भी ले रही थीं। ऐसी सभी ऐप्स को वेपर नाम के ऑपरेशन से हैंडल किया किया जा रहा था।
गूगल की तरफ से जिन ऐप्स को हटाया गया है वे सेफ्टी और प्राइवेस के लिए कितने खतरनाक थे इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि ये ऐप्स फोन में खुद को हाइड कर सकते थे और साथ ही ये खुद से रीनेम भी कर सकते थे। बिना किसी यूजर इंटरेक्शन के ये ओपन होकर बैकग्राउंड में रन करने लगती थीं।
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